February 1, 2020 by Admin

Barley water in Hindi : जौ का पानी एक पेय पदार्थ है जिसे जौ और पानी के साथ मिलाकर बनाया जाता है| ज्यादातर लोग इसे नींबू पानी की तरह पीते है आप इसमें मीठे फलों का रस मिलाकर भी सेवन कर सकते है|

जौ का पानी शरीर से जुड़ी कई परेशानियों का इलाज आसानी से कर सकता है जौ के पानी में स्वास्थ्य लाभ के लिए कुछ पदार्थ पाए जाते है| रोजाना जौ का पानी सेवन करने से स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां खत्म हो जाती है| इसमें विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, लोहा, कैल्शियम, मैग्निशियम, मैगनीज, सेलेनियम, जस्ता, तांबा, प्रोटीन, अमीनो एसिड, आहार फाइबर, बीटा ग्लूकॉन और कई तरह के एंटी- ऑक्सीडेंट पाए जाते है|

आपको इतनी ज्यादा ऊर्जा की वजह से रोजाना जौ के पानी के दो गिलास से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए| जौ का पानी पीने में थोड़ा कड़वा होता है| उसकी वजह यह है की पानी के साथ जौ की घास को भी उबाला जाता है| इस में कम कैलोरी पाई जाती है साथ ही साथ इसमें फाइबर की मात्रा भी कम हो जाती है| जो इसके फायदे का मुख्य स्त्रोत मानी जाती है| वैसे तो आजकल जौ का पानी बाजार में बहुत आसानी से मिल जाता है लेकिन वह पानी घर के बनाये हुए जौ-पानी की तुलना में कम स्वास्थ्यवर्धक होता है| आज इस लेख में हम जानेंगे, जौ के पानी के फायदे और स्वास्थ्य लाभ के बारें में|

जौ का पानी क्या है-

जौ एक अनाज है जो घास परिवार से संबंधित है| इसका इस्तेमाल प्राचीन समय से किया जा रहा है| इसे संस्क्रत में यव कहते है वे एक सफेद रंग के अनाज के साथ दिखने में चावल के दाने के समान होते हैं, लेकिन अधिक चमकदार और चबाने वाला होता है| यह भारत, अमेरिका, जर्मनी व रूस जैसे देशों में अधिक मात्रा में उगाया जाता है| इसका इस्तेमाल कई घरों में परंपरिक घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है| क्योंकि यह अपने पोषण लाभों के लिए फ़ेमस है| स्वास्थ्य के लिए कई जौ के लाभ हैं (जौ के लाभ) जिसमें कब्ज में सहायता करना, संक्रमण का इलाज करना और यहां तक ​​कि कैंसर को रोकना शामिल है।

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जौ के पोषण तथ्य – 

जौ महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों पर उच्च है। 100 ग्राम की पौष्टिकता को देखते हुए आकार दें:

  • कुल कैलोरी: 345
  • सोडियम:
  • लोहा:
  • विटामिन बी 6:
  • मैग्निशियम:
  • प्रोटीन: 12 ग्राम
  • कुल वसा: 2.3 ग्राम
  • पोटेशियम: 425 मिलीग्राम
  • आहार फाइबर: 17 ग्राम
  • कुल कार्बोहाईड्रेट: 73 ग्राम

अब आप जौ के दानों के बारे में समझ गए है, तो आइये जौ के पानी के बारे में विस्तार से जानते है|

जौ के प्रकार –

आजकल बाजार में जौ के दाने कई प्रकारों में उपलब्ध है, जिनमें सामान्य रूप में साबुत अनाज होते हैं, जौ के कुछ वैरायटी इस प्रकार है :

गुच्‍छे (Flakes) – यह जौ का एक आम प्रकार है| जौ के दानों को चपटा करके बनाया जाता है| इसका उपयोग पहले से ही पके हुए भोजन में किया जाता है| आप इसे गर्म या ठंडा दोनों तरह से सेवन कर सकते है|

आटा (Flour– यह पिसा हुआ जौ है, इस जौ के आटे को आप अपने आहार में शामिल कर सकते है और इससे आप रोटी बना सकते है, जैसे गेहूं की रोटी बनाई जाती है| जौ के आटे का उपयोग बेक्‍ड उत्पादों में किया जाता है|

ग्रिट्स (Grits– इसे जौ का मोटा आटा भी कहा जाता है फिर इसे बनाने के लिए जौ के बीजों की ऊपरी परत को हटाया जाता है| इनके छिलकों को निकालने के लिए पहले इन्हें रोस्ट किया जाता है|

हुल्‍ड (Hulled– Hulled जौ सिर्फ बाहरी भूसी को हटाकर, पूरे चोकर को बरकरार रखते हुए बनाया जाता है| जौ की अन्य क़िस्मों में अधिक पौष्टिकता और फाइबर पाया जाता है| इसे जौ का साबुत रूप भी कह सकते है|

पर्ल बारले (Pearl Barley) – इसे जौ का सबसे खूबसूरत रूप कहते हैं और यह सफ़ेद राग के होते है इनके दाने एक समान आकार के होते है| यह चमकते मोती जैसा दिखता है| पर्ल बारले मुख्‍य रूप से सूप और सलाद आदि में उपयोग किया जाता है।

अनहेल्‍ड बारले (Unhulled Barley– इस तरह के जौ के दानों में बाहरी भूसी होती है| इसका इस्तेमाल स्प्राउट्स बनाने के लिए किया जाता है|

जौ के पानी पीने के स्वास्थ्य लाभ

Barley Water Benefits in Hindi

जौ के पानी के फायदे शर्करा को नियंत्रित करने में

बार्ली वाटर रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की क्षमता के लिए जाना जाता है| जौ का पानी पीने से आपको रक्त शर्करा के स्पाइक्स को नियंत्रित करने में लाभ प्राप्त हो सकता है| भोजन सेवन करने के बाद रक्त शर्करा को कम करने के लिए जो का पानी मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है| जो का पानी एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करके मधुमेह के कारण को कम करता है|

जौ के पानी के लाभ हृदय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए

ह्रदय को स्वास्थ्य रखने के लिए जौ के पानी का इस्तेमाल कर सकते है| नियमित रूप से जौ के पानी का इस्‍तेमाल करना हृदय की कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है जौ के पानी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है| कोलेस्ट्रॉल कम करने के अलावा, जौ का पानी धमनियों के सख्त होने से बचाव में भी मदद करता है| एथेरोस्क्ललेरिसिस रक्त के प्रवाह में खलन डालता है और ह्रदय रोग विकसित होने की संभावना को बढ़ाता है| जो दिल के दौरे और अन्‍य हृदय समस्‍याओं का कारण बन सकता है| लेकिन नियमित रूप से जौ के पानी का सेवन कर आप इस प्रकार की समस्‍याओं से बच सकते हैं|

जौ के पानी के फायदे त्वचा चमकदार बनाने में

जौ के पानी में सेलेनियम पाया जाता है| जो त्वचा को ढीला होने से रोकता है और मुक्त कण की क्षति से बचाता है| जिसकी वजह से आपकी त्वचा अपने समय से पहले बूढ़ी लग सकती है| जौ का पानी शरीर से गंदगी बाहर निकलता है, जो मुहांसों के इलाज के लिए बहुत फायदेमंद है| यह मुहांसों के कारण से हो रही सूजन व जलन को कम करने में फायदेमंद है| जब आप जौ का पानी का सेवन करते है तब झुर्रियाँ मुक्त, सुंदर त्वचा जो अंदर से चमकती है उसे आप प्राप्त करते है|

जौ का पानी गर्भवती महिलाओं के लिए सर्वोत्तम 

पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से जौ का पानी गर्भवती महिलाओं के लिए एक बहुत ही अद्धभुत स्वास्थ्य पेय है साथ ही साथ पाचन क्रिया को अच्छा करता है, कब्ज जो की गर्भावस्था में आम बात है उसे रोकता है और उबकाई को रोकता है, यह गर्भावती मधुमेह से बचाता है और गर्भावस्था के समय फंगल इन्फेक्शन से बचाता है| स्तनपान कर रही महिला भी इसका सेवन कर सकती है| यह एक लैक्टोजेनिक आहार है और स्तन के दूध की मात्रा में बढ़ोतरी लाने में सहायता करता है| अगर आप अपने स्तन के दूध की मात्रा में बढ़ोतरी लाने के लिए जौ का पानी में सौफ मिला कर इसकी क्षमता को बढ़ा सकती है गर्म जौ के पानी में एक चम्मच सौफ मिलाएं 5 से 10 मिनट के लिए ऐसी रहने दे फिर उसके बाद सेवन कर लें|

जौ के पानी के फायदे कोलेस्ट्रॉल को कम करने मे

कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जौ के पानी का सेवन कर सकते है| जौ में रसायन जिससे टोकल्स कहा जाता है| जौ का पानी रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए सहायक है, जिससे ह्रदय रोग विकसित होने का खतरा भी कम हो जाता है| जौ में निहित फाइबर और बीटा ग्लूकन्स पेट और आंतों में भोजन द्वारा कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकने में भी मददगार है| जौ की एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में लाभदायक है जो कि कोलेस्ट्रॉल को कम कर ह्रदय को स्वस्थ बनाता है|

जौ का पानी वजन घटाने मैं सहायक

जौ का पानी वजन कम करने का प्रयास कर रहे लोगों के लिए एक उत्तम स्वास्थ्य पेय है| जौ के पानी में फाइबर की सामग्री पाई जाती है जो आपके पाचन को नियमित करने और उसमें सुधार करने के लिए जानी जाती है| इसमें अधिक मात्रा मे निहित फाइबर और बीटा ग्लूकन्स आपके पेट को एक लंबे समय के लिए तृप्त रखता है| ताकि आप अनावश्यक खाकर अपने वजन में बढ़ोतरी ना करे| एक संतुलित आहार और व्यायाम के साथ संयुक्त रूप से जौ का पानी वजन घटाने में सहायता कर सकता है|

जौ के पानी का इस्‍तेमाल एनीमिया के लिए

एनीमिया एक रक्त विकार है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन या लाल रक्त कोशिकाओं की कमी की वजह से होता है| लेकिन नियमित रूप से जौ का पानी का सेवन आपके शरीर में रक्त की कमी को बढ़ा सकता है| जौ के पानी में मौजूद कॉपर हीमोग्लोबिन के उत्पादन को उत्तेजित करता है| जिससे आप एनीमिया के शुरू के लक्षणों को रोक सकते है| जिन लोगों को एनीमिया की परेशानी है वो लोग लाल रक्त कोशिकाओं में सुधार लाने के लिए आयरन युक्त जौ के पानी का सेवन कर सकते है|

जौ का पानी मुंहासों का उपचार करे 

त्‍वचा के छिद्रों में मौजूद गंदगी और सीबम की अधिक मात्रा मुंहासों का कारण बन सकती है| जौ का पानी से विषाक्त पदार्थों के निकास में मदद करता है, यह आपको स्पष्ट और चमकदार त्वचा को पाने में मदद करता है| जौ के पानी में इजेइलिक एसिड (Azelaic acid) नामक एक एंटी-इफ़्लामेटरी यौगिक होता है| यह मुंहसों के इलाज के लिए अत्यंत फायदेमंद है|  जिससे मुंहासों को होने से रोका जा सकता है। साथ ही यह त्‍वचा की सूजन को भी कम करने में प्रभावी होता है| इस तरह के लाभ प्राप्त करने के लिए आप जौ के पानी का सेवन करने के साथ ही साथ आप इस पानी से अपने चेहरे की सफाई भी कर सकते है|

जौ के पानी के फायदे बालों के लिए 

सेहत और त्वचा के साथ ही साथ जौ और जौ का पानी बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है| जौ के पानी नियासिन, थियामिन और प्रोसीएनिडिन बी-3 (Procyanidin B-3) की उपस्थिति होती है| ये सभी घटक बालों में व्रद्धि करने में लाभदायक है| जिसकी वजह से आप अपने बालों को लंबा, मजबूत और घना कर सकते है| जौ के पानी में आयरन और तांबा अधिक मात्रा में पाए जाते है| जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है| जिससे एनीमिया भी नहीं होता है| एनीमिया बालों के झड़ने के लिए भी जिम्‍मेदार होता है। इस तरह से आप अपने बालों संबंधी समस्‍याओं को दूर करने के लिए जौ के पानी का सेवन कर सकते है|

जौ का पानी है पेशाव के संक्रमण का उपचार

जौ का पानी सेवन करने से, शरीर में पेशाब भी बढ़ता है जिसका अर्थ है कि पेशाब के साथ शरीर से वेशिले पदार्थ बाहर निकाल देता है| यूरिनरी ट्रैक्ट का काम शरीर से गंदगी, अधिक तरल और जीवाणुओं को बाहर निकलता है| इसलिए जौ का सेवन सबसे अच्छा उपाय है| अगर आप मूत्र पथ के इन्फेक्शन (UTI) से पीड़ित है|

यह मूत्र प्रणाली के लिए एक अच्छे एंटी-इफ्लेमेटेरी (सूजन को कम करने) का कमा करता है और साथ ही साथ गुर्दों को साफ रखता है  इस तरह इसे मूत्राशय शोध, गुर्दे की पथरी और क्रिएटिनिन का उच्च स्तर जैसे विकारों के इलाज के लिए भी उपयोग किया जाता है|

क्‍या जौ का पानी रोज पीना चाहिए – Can We Drink Barley Water Daily in Hindi

स्वास्थ्य लाभों और औषधीय गुणों को देखते हुए हर रोज जौ का पानी का सेवन करना फायदेमंद होता है| रोजाना इस्तेमाल के लिए जौ का पानी पूरी तरह से सुरक्षित है| गर्भवती  और स्तनपान करने वाली महिलाओं एक लिए जौ का पानी पीना बहुत फायदेमंद होता है| बूढ़े बुजुर्ग लोगों के अन्य पाचन संबंधी और कब्ज से राहत पाने के लिए जौ के पानी का इस्तेमाल कर सकते है| गर्मी के मौसम में जौ के पानी सेवन करने से शरीर ठंडा रहता है क्योंकि इसमें शीतलन प्रभाव होते है|

प्रतिदिन कितना जौ का पानी पीना चाहिए – How Much Barley Water Drink Per Day in Hindi

रोजाना जौ का पानी 2 से 3 गिलास पीना सेहत के लिए लाभदायक है| अगर आपको ग्लूटेन से जुड़ी कोई एलर्जी है तो आपको इस पानी का ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए| जौ के पानी कि यह खुराक उन लोगों के बहुत फायदेमंद है जो लोग मूत्र पथ के इन्फेक्शन का सामना करते है| जौ का पानी शरीर में मौजूद वैशिले पदार्थ और बैक्टीरिया को बाहर निकलता है| जौ के पानी का अधिक मात्रा में सेवन करने का एक मात्र दुष्‍प्रभाव यह है कि इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं| जिससे आपको बार-बार पेशाब जाने की इच्‍छा होती है|

जौ का पानी पीने का सही समय –

अगर आप जौ के पानी पीने का समय जानना चाहते है तो सबसे अच्छा समय दिन में किसी भी समय हो सकता है| क्योंकि जौ का पानी पीने के लिए किसी विशेष समय का निर्धारण नहीं किया गया है| जौ का पानी सुबह के समय पीना औषधीय और स्वास्थ्य वर्धक पेय पदार्थ बहुत फायदेमनद होता है| आप इस पानी को सुबह नाश्ते के बाद या नाश्ते से पहले सेवन कर सकते है इसके अलावा आप इसे दोपहर के समय भोजन के बाद या पहले सूप के रुप में सेवन कर सकते है| इस तरह से आप जौ के पानी का सेवन दिन में किसी भी तरह से कर सकते है|

जौ का पानी कैसे स्‍टोर करें – 

जौ का पानी ताजा पीने से फायदा ज्यादा होता है| ज्यादातर लोगों के लिए जौ का पानी ताजा बनाना या प्राप्त करना बहुत मुश्किल होता है| इसलिए आप जौ के पानी को कुछ दिनों तक सुरक्षित रख सकते है| अगर आप जौ के पानी को कुछ दिनों के स्टोर करके रखना चाहते है तो किसी एयरटाइट सील बंद कांच कि बोतल या जार का इस्तेमाल कर सकते है| जौ के पानी को 2 से 3 दिनों तक फ्रिज में रखने से उपयोग करने योग्य बना रहता है|  लेकिन ध्‍यान रखें जौ का पानी 2 से 3 दिनों के बाद स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक हो सकता है|

जौ के पानी के नुकसान और जोखिम

जौ के पानी के बहुत से लाभ होते है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की आपको इसका अधिक मात्रा में इस्तेमाल करना शुरू कर देना चाहिए| लेकिन यह कुछ दुष्प्रभावों के साथ आता है। जौ में ग्लूटेन की उच्च मात्रा होती है, जिससे यह ग्लूटेन एलर्जी वाले लोगों के लिए अयोग्य हो जाता है|  जौ के पानी में कृत्रिम शर्करा या मिठास की उच्च सांद्रता होती है|

  • कब्ज
  • दस्त
  • खट्टी डकार
  • जी मिचलाना
  • सिर दर्द
  • पेट में ऐठन
  • चकत्ते
  • उल्टी

हेल्लों दोस्तों जानिए जौ के पानी के फायदे, स्वास्थ्य लाभ और नुकसान – का यह लेख आप को कैसा लगा हमें कमेंट करे और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें|

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